हरसहाय चौधरी ( संवाददाता जमवारामगढ़ )

विराटनगर ,,हरसहाय चौधरी पत्रकार ने विराटनगर का सफर किया प्रत्याशियों को लेकर जनता का मन टटोला भाजपा कांग्रेस से किसको मिले टिकट या इन दोनों के अलावा और भी पार्टी है चर्चा में दोनों ही पार्टियों में वैसे तो काफी नेता है पार्टीयों के टिकट की दौड़ में लेकिन जनता और कार्यकर्ता मुख्य रूप से भारतीय जनता पार्टी से कुलदीप धनकड़ फूलचंद भिंडा बाबूलाल जाट  कांग्रेस से रामचंद्र सराधना इंद्रराज सिंह गुर्जर को ही मुख्य रूप से दावेदारी की दौड़ में मानते हैं भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक फूलचंद भिंडा 2018 में पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ा जो तीसरे स्थान पर रहे लगभग 35000 वोटो से चुनाव हारे वैसे अब 2 साल से अस्वस्थ चल रहे हैं दूसरे स्थान पर टिकट नहीं मिलने से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने वाले कुलदीप धनकड़ रहे जिन्होंने निर्दलीय के रूप में 40000 से ज्यादा वोट प्राप्त किया पार्टी कार्यकर्ता मानते हैं की 2018 में प्रत्याशी चयन में भारतीय जनता पार्टी का निर्णय सही नहीं था इस वजह से पार्टी की हार हुई यदि पार्टी कुलदीप धनकड़ को टिकट देती तो कम से कम 20000 वोटो से भारतीय जनता पार्टी का प्रत्याशी जितता अब फिर से पार्टी का टिकट मांग रहे हैं अगर पार्टी ने अब भी निर्णय सही नहीं किया और कुलदीप धनकड़ को टिकट नहीं दिया तो पार्टी की विराटनगर विधानसभा क्षेत्र से हार निश्चित है भिंडा जी के लिए कार्यकर्ता कहते हैं की अस्वस्थ भी हैं और वे चुनाव नहीं जीत सकते तीसरे भारतीय जनता पार्टी के दावेदार बाबूलाल जाट बिजली विभाग में इंजीनियर के पद से रिटायरमेंट हैं लेकिन क्षेत्र में उनकी खास पहचान नहीं है वे चुनाव नहीं जीत सकते कांग्रेस के वर्तमान विधायक इंद्रराज सिंह गुर्जर है जिन पर कार्यकर्ता आपस में लोगों में झगड़ा करवाने व विकास में भी जातीय भेदभाव करते हैं कुछ चुनिंदा लोग अपने आप मैं खुद को विधायक मानकर चलते हैं आम कार्यकर्ताओं के कार्य नहीं होते पायलट गुट में होने के कारण क्षेत्र में जितना विकास होना चाहिए था उतना विकास नहीं हो पाया 5 साल आपसी झगड़े में ही निकल गया वही 2013 में कांग्रेस प्रत्याशी रहे रामचंद्र सराधना भी  दावेदारी के लिए ताल ठोक रहे हैं 2013 में हार के कारण कांग्रेस पार्टी ने सराधना को प्रत्याशी नहीं बनाया था अब कार्यकर्ता फिर एक बार रामचंद्र सराधना को टिकट देने की मांग कर रहे हैं कार्यकर्ता कहते हैं यदि पार्टी ने टिकट बदला तो पार्टी की जीत होना तय है हालांकि कांग्रेस के तीसरे दावेदार भीमसेन गुर्जर भी स्थानीय होने के नाते टिकट की मांग कर रहे हैं विराटनगर में फिलहाल तीसरी पार्टी के प्रत्याशी के बारे में कार्यकर्ताओं को कोई जानकारी नहीं है अब यह तो समय बताएगा टिकट पाने में कौन सफल होता है और कौन असफल लेकिन यदि पार्टी प्रत्याशियों का चयन दोनों ही पार्टियों में सही से हुआ तो कांटे की टक्कर होना तय है