जयपुर,,,राजस्थान के बजट में इस बार भी अल्पसंख्यक समुदाय वंचित रहा किसी भी राहत पैकेज के लिए मदरसा बोर्ड के लिए कोई खास नहीं किया मदरसों में पढ़ने वाले बच्चे यूनिफॉर्म से भी वंचित रहे जब के आंगनबाड़ी मैं पढ़ने वाले बच्चों को यूनिफॉर्म देने का ऐलान किया गया है ऐसा क्या है कि मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों को वह सुविधाएं ना दी जाए जो सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को और आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले बच्चों को दी जा रही है इस पर भी गौर करना चाहिए राजस्थान के लाखों बच्चे जो छात्रवृत्ति से अपनी पढ़ाई को मुकम्मल कर रहे थे उनको भी कोई राहत नहीं दी गई जब के पिछले बजट में घोषणा की थी कि जो बच्चे केंद्र की स्कीम से रह जाएंगे उनको राज्य सरकार स्कालरशिप देगी लेकिन वह घोषणा ही सिर्फ जबानी और कागजी रह गई इसके अलावा मदरसा पैरा टीचर्स को नियमित करने की दो हजार अट्ठारह से घोषणाएं चल रही है लेकिन अभी तक उनको भी अंधेरे में रखा हुआ है और सबसे बड़ा जो मुद्दा है वह जयपुर अल्पसंख्यक छात्रावास का है जिसका दो मर्तबा उद्घाटन हो गया लेकिन दोनों मर्तबा निरस्त कर दिया गया जो बिन मांगे वोट दे रहे हैं उनका इनामऔर बदला दे रही हैं सरकार कारी मोहम्मद इशाक राजस्थान के बजट में इस बार भी अल्पसंख्यक समुदाय वंचित रहा किसी भी राहत पैकेज के लिए मदरसा बोर्ड के लिए कोई खास नहीं किया मदरसों में पढ़ने वाले बच्चे यूनिफॉर्म से भी वंचित रहे जब के आंगनबाड़ी मैं पढ़ने वाले बच्चों को यूनिफॉर्म देने का ऐलान किया गया है ऐसा क्या है कि मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों को वह सुविधाएं ना दी जाए जो सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को और आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले बच्चों को दी जा रही है इस पर भी गौर करना चाहिए राजस्थान के लाखों बच्चे जो छात्रवृत्ति से अपनी पढ़ाई को मुकम्मल कर रहे थे उनको भी कोई राहत नहीं दी गई जब के पिछले बजट में घोषणा की थी कि जो बच्चे केंद्र की स्कीम से रह जाएंगे उनको राज्य सरकार स्कालरशिप देगी लेकिन वह घोषणा ही सिर्फ जबानी और कागजी रह गई इसके अलावा मदरसा पैरा टीचर्स को नियमित करने की दो हजार अट्ठारह से घोषणाएं चल रही है लेकिन अभी तक उनको भी अंधेरे में रखा हुआ है और सबसे बड़ा जो मुद्दा है वह जयपुर अल्पसंख्यक छात्रावास का है जिसका दो मर्तबा उद्घाटन हो गया लेकिन दोनों मर्तबा निरस्त कर दिया गया जो बिन मांगे वोट दे रहे हैं उनका इनाम और बदला दे रही हैं सरकार