जयपुर,, जयपुर स्थापना दिवस के मौके पर हो रहे कार्यक्रमों की कड़ी में सोमवार को चार दरवाजा स्थित पार्क में ऑल इंडिया मुशायरा का आयोजन किया गया मुशायरे की शुरुआत शाहिद हुसैन ने नात ए पाक से की इसके बाद शफीक वारसी ने ‘रही इज्जत न दुनिया में न मेयार जिंदा है, अना को बेचकर जिंदा हैं तो बेकार जिंदा हैं…’ गजल पेश की एजाज उल हक शिहाब ने ‘वो जिसने देखे हों हर दम फने हयात के रंग…’, डॉ. शाइस्ता महजबी ने ‘कोई हसीन सा अंदाज दे दे ए मौला, मेरे ख्याल को परवाज दे दे ए मौला…’ पेश की भोपाल से आईं साबिया असर ने ‘पाप धुलते हैं गंगा के स्नान से, बात करती हूं मैं अपने ईमान से, कितना मैला है दिल आज इंसान का, राम गंगा तेरी उतनी मैली नहीं..’ सुनाकर दाद हासिल की इसी तरह अय्यूब बिस्मिल, सोहेल हाशमी, आलम सुल्तानपुरी, रज़ा शैदाई, अलीम शैदाई, शकील जयपुरी ने भी गजल पेश कर दर्शकों की दाद पाई। इससे पहले कार्यक्रम का उद्घाटन जलदाय मंत्री डॉ महेश जोशी, हैरिटेज निगम की महापौर मुनेश गुर्जर और उप महापौर असलम फारूखी ने दीप प्रज्वलित कर की दर्शक नहीं आए, देरी से शुरू हुआ कार्यक्रम कार्यक्रम शाम छह बजे शुरू होना था, लेकिन शाम 7:30 बजे तक दर्शक ही नहीं आाए कार्यक्रम शुरू होने के बाद भी कुर्सियां खाली ही पड़ी रहीं