स्वीटी अग्रवाल (संवाददाता मनोहरपुर)
मनोहरपुर,, कस्बे के गांधी चौक में रामचरितमानस रामलीला धर्म प्रचारक मंडल प्रयागराज उत्तर प्रदेश के तत्वाधान में गांधी चौक में नो दिवसीय रामलीला का जारी हैं। राम लीला के दौरान सीता से विवाह करने के पश्चात राम अयोध्या नगरी पहुंचे। वहां उनका देवताओं सहित अयोध्या वासियों ने भव्य स्वागत किया। इसके पश्चात राम के राजतिलक की तैयारियां शुरू हुई। किंतु केकई के वरदानों के चलते उन्हें 14 वर्ष के वनवास से में भेज दिया गया वनवास के दौरान में राम, सीता व लक्ष्मण पंचवटी में कुटिया बनाकर रहने लगे। इस दौरान ने रावण की बहन सूर्पनखा पंचवटी भ्रमण के लिए आई ।वह लक्ष्मण का रूप देखकर उस पर मोहित हो गई उससे विवाह करने की जिद करने लगी। लक्ष्मण के समझाने के बाद दिन नहीं मानने पर लक्ष्मण ने उसके नाक कान काट दिए। इस प्रसंग के रोमांच को देखकर ग्रामीणों ने जोरदार तालियां बजाई इधर पांडाल सूर्पनखा की चीख से गूंज उठा इसके बाद खर- दूषण बदे की मौत , मारीच के सोने का हिरण बनकर पंचवटी इलाके में आना एवं राम के हाथों मारे जाना। लक्ष्मण रेखा को पार करके पंचवटी कुटिया से बाहर आने पर सीता का साधू भेष में आए रावण के हाथों अपहरण की कथा ने मन मोहा