जयपुर,, वार्ड 83 समाजसेवी वहीद खान ने बताया की नलों मे गंदे पानी आने से व नलों मे पानी का नहीं आना इन दिनो आदर्शनगर क्षेत्र की जनता को परेशानी उठानी पड़ रही है सूरजपोल के हूड के कुंवाटर अनाज मंडी वार्ड 83 के निवासियों को गंदे पानी की समस्या से संधर्ष करते हुए 5 साल हो गए मगर अभी तक गंदे पानी से छुटकारा नही मिला। कारण जलदाय विभाग के आला अधिकारिओं व स्थानीय पार्षद द्वारा ध्यान ना देना यहां के लोगों ने जेईएन से लेकर उच्च अधिकारों तक शिकायत की लेकिन कोई असर नही हुआ जेईएन मिथलेश को स्थानीय लोगों ने कई बार गंदे पानी एवं पानी नहीं आने की शिकायत की मगर जेईएन मिथलेश एवं ऐईएन ऋषभ जैन ने इस समस्या का समाधान नहीं किया ।बल्कि झुठा आश्वासन देते आए है।कहते है की एक हफ्ते मे कर देंगे 24 तारीख को जेईएन मिथलेश ने कहाँ की अगले हफ्ते गंदे पानी की एवं पानी नहीं आने की समस्या ठीक कर देंगे मगर 17 दिन बीत जाने के बाद भी नहीं हुआ 5 सालों मे कई ऐईएन आए और चले गए मगर हूड के कुंवाटर अनाज मंडी की पानी की समस्या का समाधान नहीं हुआ और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जादुगर सीएम के नाम से जाने जाते है फिर भी अपना जादू नही चला सके राजस्थान सरकार मे जलदाय विभाग के मंत्री महेश जोशी जो राजस्थान की राजधानी जयपुर हवामहल विधानसभा से विधायक पद पर है फिर भी राजस्थान की राजधानी जयपुर मे गंदे पानी की इतनी बड़ी समस्या है कि राजधानी जयपुर की तोपखाना हुजूरी हो या अनाज मंडी हो या हिदा की मोरी हो या लक्ष्मी नारायण पूरी हो या अमृतपुरी हो या घाटगेट एरिया हो या बाबू भाई चपडी वालो की गली हो इन एरियों मे आए दिन गंदा पानी व पानी नही आने की बात अब आम हो गई इन मे कई एरिये ऐसे भी जहाँ पर नलों मे पानी ही नही आता जनता को गंदे पानी की वज़ह से बहुत परेशानी उठाने पड़ रही है हूड के कुंवाटर अनाज मंडी की जनता की कोई सुनने वाला नहीं है जनता जाएं तो कहाँ जाएं किस्से कहे कौन सुनेगा गंदे पानी की खबर हर एक दूसरे दिन न्यूज पेपर प्रकाशित होती है क्या मंत्री महोदय न्यूज पेपर के जरिए क्षेत्र की समस्याएँ की जानकारी नही होती क्या जलदाय विभाग के उच्च अधिकारी भी न्यूज पेपर नहीं पड़ते अभी हाल ही मे कुछ दिन पहले न्यूज पेपर मे प्रकाशित हुई थी हिदा की मोरी मे गंदे पानी आने से और गंदे पानी पीने से एक छोटे मासूम बच्चे की तबियत खराब हो गई थी और बच्चे की हालात नाजुक हो गईं थी बच्चे की तबियत नाजुक होने से उसे दिल्ली ले जाया गया था क्या मंत्री महोदय जी एवं जलदाय विभाग के उच्च अधिकारियो को मालूम नहीं क्या मंत्री महोदय उच्च अधिकारी कोई बड़ी अनहोनी का इंतजार कर रहे है अगर कोई अनहोनी होती है तो उसकी भरपाई कोन करेगा ऐईएन जेईएन इंजिनियर लोग अगर फिल्ड में रहे तो सही वक़्त पर ध्यान दे तो ऐसी गंदे पानी की समस्या आए ही नहीं ।मगर एक बात की तो बहुत ही अफ़सोस होता ज़ब कभी भी जनता जेईएन साहब को
फोन करती है ।तो जेईएन साहब फोन उठाना उचित नही समझते ना ही कोई जवाब देते है. इस समस्याओं का जिम्मेदार कौन होगा