जयपुर नगर निगम हेरिटेज के परकोटा एरिया में अब लोगों काे हूपर (कचरा कलेक्शन का वाहन) का ज्यादा इंतजार नहीं करना होगा। नगर निगम ने परकोटा एरिया में आज से 30 नए हूपर और चलाने शुरू कर दिए। इन हूपरों को आज स्थानीय विधायक और पीएचईडी मंत्री डॉ. महेश जोशी और महापौर मुनेश गुर्जर ने हरीझण्डी दिखाकर रवाना किया बीवीजी कंपनी से कॉन्ट्रेक्ट खत्म करने के बाद नगर निगम प्रशासन ने परकोटा समेत हेरिटेज क्षेत्र के सभी 100 वार्डो में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन की जिम्मेदारी अपने स्तर पर संभाल रखी है। जनवरी के शुरूआती दिनों में हूपर कम होने के कारण लोगों को एक या दो दिन का इंतजार करना पड़ता था। लेकिन धीरे-धीरे हूपर की संख्या बढ़ती गई और आज ये 280 से बढ़कर 310 हो गए अब हर वार्ड में 3 हूपरों से कचरा कलेक्शन महापौर ने बताया कि अब हेरिटेज एरिया में हर रोज नियमित रूप से हर घर से कचरा कलेक्शन होगा। इसके लिए घर-घर कचरा संग्रहण व्यवस्था की जीपीएस सिस्टम से मॉनिटरिंग करवाई जा रही है। हमारा टारगेट हर वार्ड में 3-3 हूपर देने का है। इनकी रूट चार्ट मैपिंग का काम पूरा कर लिया गया है। जैसे ही कोई हूपर रूट चार्ट से इधर-उधर दूसरी जगह जाएगा तो उसका पता चल जाएगा और ऐसे हूपर चालक पर पैनल्टी लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारा टारगेट है कि डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन नियमित और समय पर होना चाहिए। उन्होंने बताया कि इस बार हमने जो हूपर लगाए है वो सभी सीएनजी बेस्ट है, जिससे डीजल चोरी जैसी शिकायतें नहीं मिलेगी साथ में प्रदूषण भी नहीं होगा।7500 अंकों का होगा स्वच्छ सर्वेक्षण
जयपुर शहर में वर्तमान में स्वच्छ सर्वेक्षण चल रहा है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में जयपुर नगर-निगम हैरिटेज 3482 अंक के साथ 32वें स्थान पर रहा था। इस बार लक्ष्य टॉप-10 रैंकिंग में आने का है। केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने साल 2022 का स्वच्छ सर्वेक्षण 7500 अंकों का रखा है। इसमें जनता से फीडबैक, खुले में शौच, डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन, शहर के प्रमुख मार्गो की सफाई, वेस्ट मैनेजमेंट आदि बिंदू शामिल हैं। इनके अलावा डॉक्यूमेंटेशन के आधार पर भी अंक मिलेंगे। केन्द्रीय टीम मार्च के महीने में राजस्थान के शहरों में स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए औचक निरीक्षण करने आएगी, जिसमें वह मौके की स्थिति देखेगी।