जयपुर. रामनगरिया में चार अप्रेल को व्यापारी सचिन जैन को गोली मारने वाले लुटेरों ने ही श्याम नगर थाना क्षेत्र में डिस्ट्रीब्यूटर विपुल गर्ग को गोली मार 7.50 लाख रुपए लूटे थे। कमिश्नरेट पुलिस ने दोनों वारदात में शामिल गैंग का खुलासा करते हुए चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है।अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अजय पाल लांबा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में पिता-पुत्र भी शामिल है। उन्होंने बताया कि आरोपियों से एक कार, एक बाइक, एक देशी पिस्टल, एक देशी कट्टा, तीन जिंदा कारतूस और एक खाली खोखा बरामद किया है। उन्होंने बताया कि मूलत: सीकर के रामगढ़ शेखावाटी हाल मानसरोवर पत्रकार कॉलोनी निवासी सौहेल उर्फ चिंटू दीक्षित, मूलत: बिहार हाल नई दिल्ली निवासी मंसूर आलम उर्फ वासु और दिल्ली निवासी इन्द्रजीत ङ्क्षसह उर्फ रिक्की को गिरफ्तार किया। जबकि तिहाड़ जेल में हत्या के मामले में सजा भुगत रहे दिनेश दीक्षित ने पैरोल पर छूटने के बाद लूट की साजिश रची थी। दिनेश को गुरुवार को हिरासत में ले लिया जेल में हुई थी मुलाकात, फिर रची साजिश पुलिस ने बताया कि दिनेश की तिहाड़ जेल में मंसूर से मुलाकात हुई। 6 जुलाई 2020 को पैरोल पर छूटने के बाद दिनेश ने मंसूर से संपर्क किया और लूट के लिए उसे जयपुर बुलाया। इतना ही नहीं दिनेश ने अपने बेटे सोहेल को हथियार उपलब्ध करवाए। आरोपियों को पकडऩे में उपनिरीक्षक राजेन्द्र प्रसाद, डीसीपी ईस्ट की तकनीकी शाखा के प्रद्युम्न सिंह, कांस्टेबल राजेश, हरिओम, ओमप्रकाश सहित अन्य की विशेष भूमिका रही।
पहले परिचित सचिन को बनाया निशाना
सरगना दिनेश दीक्षित पीडि़त व्यापारी सचिन जैन को पहले से जानता था और उसके साथ प्रॉपर्टी का काम भी कर चुका था। सचिन को लूटने की साजिश रची। चार अप्रेल को आरोपियों ने गाड़ी में बैठ रहे सचिन को गोली मार रुपए लूटने का प्रयास किया। यहां लूट में विफल होने पर राणी सती नगर में 11 अप्रेल को गाड़ी से उतरते समय शीतल पेय कंपनी के डिस्ट्रीब्यूटर विपुल गर्ग को गोली मार 7.50 लाख रुपए लूट ले गए थे। सोहेल और मंसूर ने विपुल को गोली मारी, तब दिनेश भी कार में नजदीक रहकर नजर रख रहा था।