मनोहरपुर,,कस्बे के इंद्रा कॉलोनी में हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर सोमवार को एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें वर्तमान परिवेश में हिंदी पत्रकारिता का महत्त्व, दशा और दिशा के साथ साथ पत्रकारिता के क्षेत्र मे कदम बढ़ा रहे युवा पीढ़ी में हिंदी भाषा की गुणवत्ता का विकास जैसे कई पहलुओं पर वक्ताओं ने अपने अपने विचार रखे। सभा की अध्यक्षता कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता सम्पूर्णानंद शर्मा ने कहा कि हिंदी पत्रकारिता आज भी सबसे लोकप्रिय है और हिंदी के तमाम समाचार पत्रों व खबरों के पाठक आज भी सर्वाधिक हैं, उन्होंने हिंदी को पत्रकारिता का मूल आधार बताते हुए युवाओं को इससे जुड़कर एक नई विचारधारा के साथ कार्य करने की बात कही। एडवोकेट उपेंद्र आत्रेय ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी पत्रकारिता के क्षेत्र में तो आ रही है लेकिन सीखने के बजाय नाम चमकाने के लिए इस क्षेत्र को अपना रहे है जबकि ऐसा नही होना चाहिए। युवा नेता महिपाल सिंह गुर्जर कहा कि पत्रकारिता के क्षेत्र में अभी भी हिंदी पत्रकारिता का दबदबा है और आगे भी रहेगा। वही संगोष्ठी में अपना विचार रखते हुए कहा एडवोकेट अशोक कुमार व्यास ने कहा कि हिंदी ही एक ऐसी भाषा है जिसे हम लोग अपना मातृभाषा मानते है हिंदी के अलावे कई भाषाओं में पत्रकारिता की जाती है लेकिन हिंदी की तुलना किसी भी भाषा से नही की जाती है। पत्रकार कृष्ण कुमार वर्मा ने कहा कि हिंदी पत्रकारिता आज भी सहजता के साथ सर्वमान्य है, हर दिन हमें हिंदी पत्रकारिता के क्षेत्र में कुछ न कुछ सीखने को मिलता रहता है। बस कोशिश यही रहनी चाहिए कि पत्रकारिता में इमानदारी व निष्ठा पूर्वक कार्य करने की क्षमता का विकास हो इस अवसर पर मनीष आत्रेय, वार्डपंच विनोद बुनकर,घनश्याम टेलर, महेश मीणा, राजेश बुनकर, नेहपाल यादव, अक्षय व्यास सहित कई लोग मौजूद रहे।