जयपुर,,बढ़ रहीं लफंगों की फैज… न कोई रोकने वाला ना ही टोकने वाला सुरक्षित घर पहुंचने की चिंता हर रोज देती है टेंशन प्रदेश में महिलाओं और बच्चियों के साथ दिनों दिन अपराधों में बढ़ोत्तरी हो रही है महिलाएं न सिर्फ खुद को असुरक्षित महसूस कर रहीं बल्कि नौकरी छोडऩे पर भी विचार करने लगी हैं देर-सबेर राह चलते लड़के अभद्र और अश£ील फब्तियां कसते हैं बस स्टॉप, ऑटो, ई-रिक्शा, मेट्रो यहां तक कि कैब में भी वो असुरक्षित महसूस करती हैं जो महिलाएं कामकाज के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करती है उन्हें रात होते ही सुरक्षित घर पहुंचने की चिंता लग जाती है पब्लिक ट्रांसपोर्ट में युवा ही नहीं अधेड़ उम्र के मनचले भी उन्हें सेक्शुअली हैरसमेंट करते हैं नहीं दिखतीं निर्भया स्क्वॉयड शहर में 192 निर्भया स्क्वॉयड होने के बावजूद लफंगे बच्चियों पर अभद्र कमेंट करते है। इनमें से करीब 50 मोबाइल स्क्वॉयड हैं जो सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक गस्त करती हैं पीडि़त महिलाओं और बच्चियों का कहना है कि स्क्वॉयड कहां गश्त करती हैं जो मौके पर दिखती नहीं इसकी भी खोज-खबर होनी चाहिए मुश्किल में हैं तो क्या करें शहर में अगर देर-सबेर कोई महिला या बच्ची किसी मुश्किल में है तो महिला गरिमा हेल्पलाइन-1090, वाट्सऐप हेल्पलाइन 8764868200, 7300363636 या फिर 100 या 112 नंबरोंं पर कॉल कर मदद ली जा सकती है निर्भया स्क्वॉयड की तरफ से वर्ष 2022-23 में 12000 लोगों पर कार्रवाई की गई है इसके अलावा 2 लाख छात्राओं और युवतियों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण भी दिया गया है