जयपुर,,कोविड स्वास्थ्य सहायक संघर्ष समिति के मोहन लाल शर्मा ने बताया कि कॉविड महामारी के दौरान देश और दुनिया के लोग कोरोना के अंदर घरों में कैद थे और राजस्थान के अंदर मेन पावर की कमी को देखते हुए राजस्थान सरकार ने कोरोना पर काबू पाने के लिए 28000 कोराना वारियर पूरे राजस्थान में लगाये गये ,कोविड पर काबू पाने के बाद 28000 CHA को 31 मार्च 2022 के बाद बेदखल कर दिया गया जिसके बाद 28000 CHA आज दिन तक आंदोलनरत हैं ,3 महीने शहीद स्मारक पर धरना दिया गया, और आज पिछले 9 महीने से लगातार आंदोलन कर रहे हैं सरकार और उनके तमाम अधिकारी, मंत्री सभी को अपनी मांगों के बारे में अवगत कराया गया, अधिकारियों से बार-बार आश्वासन मिला मंत्रियों से बार-बार आश्वासन मिला खुद मुख्यमंत्री जी ने भी आश्वासन दिया परंतु अभी तक सरकार द्वारा सिर्फ आश्वासन के सिवाय कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया बहुत सारे साथियों ने 8 से 10 CHA ने डिप्रेशन में आकर आत्महत्या कर ली,फिर भी आज दिन तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया मुख्य मांग सभी CHA की सेवा बहाली की जाए, जिस प्रकार पूरे राजस्थान में 40000 नर्सिंग के अंदर पद खाली है उन पदों पर नियुक्ति की जाए जिस प्रकार अन्य राज्य के अंदर उत्तराखंड हरियाणा मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश दिल्ली इन राज्यों के अंदर कोविड में लिए गए नर्सिंग कर्मियों की सेवा बहाली की गई है उसी प्रकार राजस्थान के 28000 CHA की भी सेवा बहाली की जाएगी 16 नए मेडिकल कॉलेज 1000 सब सेंटर 500 से ज्यादा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में राज्य सरकार एजेंसी के माध्यम से अर्जेंट टेंपरेरी बेसिस के माध्यम से स्टाफ की नियुक्ति कर रही है उनकी जगह रिक्त पड़े पदों पर 28000 CHA की सेवा बहाली की जाए