हैदराबाद में राबिया खान की ओर से हाथ से तैयार की गई थी मखमली चादर
पिछले साल चादर चढ़ाने गहलोत के साथ सचिन पायलट भी थे, इस बार नहीं आए
जयपुर, अजमेर,मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुरुवार को अजमेर पहुंचे। यहां दरगाह के 809 वें उर्स में कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी व पूर्व अध्यक्ष राहुल की तरफ से गहलोत ने चादर पेश की। जब गहलोत दरगाह पहुंचे तो पुलिस ने जायरीनों का प्रवेश रोक दिया था। दरगाह में पेश की जाने वाली यह चादर हैदराबाद में तैयार की गई है। इसे राबिया खान नाम की महिला ने अपने हाथों से बनाया है गहलोत बेंगलुरु से विशेष विमान से सीधे अजमेर के किशनगढ़ एयरपोर्ट पहुंचे। वहां से दरगाह पहुंचे, जियारत करके चादर पेश की। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा भी उनके साथ रहे। गहलोत करीब 20 मिनट तक दरगाह में रुके। इससे पहले एयरपोर्ट से लेकर अजमेर के बीच कई जगहों पर मुख्यमंत्री का स्वागत भी किया गया मुश्किल हालात से गुजर रहा है मुल्क: सोनिया गांधी का संदेश
गहलोत ने सोनिया गांधी का जायरीनों के नाम भेजा संदेश भी पढ़कर सुनाया। इसमें कहा गया कि मुल्क मुश्किल हालात से गुजर रहा है। काेरोना काल में इंसानियत को मुश्किल वक्त से दो-चार होना पड़ा। साथ ही मुल्क में ऐसी ताकत की कुव्वत मिली जिन्होंने इसके ताने बाने और सदियों पुरानी कौमी एकता को कमजोर करने और नफरत फैलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। आज इस मुल्क के आवाम से लेकर किसान तक अपने हक के लिए जदाेजहद कर रहे हैं। जम्हूरियत को कमजोर किया जा रहा है।
हैदराबाद की राबिया खान का परिवार ही करता है गांधी परिवार की चादर तैयार
दरगाह के खादिम सैय्यद गनी गुर्देजी ने बताया कि हैदराबाद में राबिया खान की ओर से सोनिया गांधी व राहुल गांधी की चादर तैयार की जाती है। यह हाथ से बनी हुई होती है। इसमें दरगाह शरीफ का गुंबद हरे रंग से, काले रंग से मक्का शरीफ, विभिन्न रंगों से मदीना शरीफ की आकृति है। चादर में उर्दू में पंजतम पाक के नाम के साथ कलमा लिखे होते हैं। इस लम्बाई चौड़ाई लगभग मजार शरीफ जितनी है। उन्होंने बताया कि हैदराबाद का रादिया खान का परिवार ही गांधी परिवार के लिए चादर तैयार करता रहा है और इस बार भी हैदराबाद से ही तैयार करके चादर दिल्ली भिजवाई गई मंगलवार को नई दिल्ली में कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष नदीम जावेद को राहुल गांधी ने यह चादर सौंपी। पिछले साल चादर लेकर आए गहलोत के साथ सचिन पायलट भी आए थे। लेकिन, इस बार पायलट नहीं आए। इससे पहले बुधवार को दरगाह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की चादर पेश कर अमन और खुशहाली की दुआ मांगी गई थी। राजस्थान वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. खानू खान चादर लेकर अजमेर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री गहलोत का संदेश भी पढ़कर सुनाया था।