जयपुर,, हैरिटेज नगर निगम अब पार्षदों के ‘रैन बसेरा’ बनता जा रहा है दो साल बाद भी संचालन समितियों का गठन नहीं होने का मामला अब तूल पकड़ रहा है। समितियों के गठन की मांग को लेकर कांग्रेस के साथ निर्दलीय पार्षद धरने पर बैठे है इन पार्षदों ने रात भी निगम मुख्यालय में ही बिताई वहीं रात का भोजन भी निगम मुख्यालय में इंदिरा रसोई में ही किया उधर, जलदाय मंत्री महेश जोशी और विधायक अमीन कागजी ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल को पत्र लिख संचालन समितियों के गठन की बात कही है हालांकि धरने पर बैठे पार्षद संचालन समितियों की गठन की मांग पर अड़े है हैरिटेज नगर निगम में कांग्रेस का बोर्ड बने 2 साल हो गए है कांग्रेस बोर्ड बनाने में निर्दलीय पार्षदों का भी साथ रहा है तब निर्दलीय पार्षदों से समितियों में चेयरमैन बनाने का दावा किया गया, लेकिन दो साल बाद भी इन्हें चेयरमैन नहीं बनाने से अब इन पार्षदों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है एक दिन पहले बुधवार को एक दर्जन पार्षद निगम मुख्यालय में धरने पर बैठ गए महापौर मुनेश गुर्जर और मंत्री महेश जोशी धरने पर बैठे पार्षदों को मनाने भी आए उन्होंने पार्षदों की मांग को जायज भी बताया, लेकिन पार्षदों ने समितियां बनाने की बात पर अडे हुए है। पार्षदो ने महापौर मुनेश गुर्जर से दो टूक जवाब दिया था कि हमने आपका साथ दिया, अब समितियों के लिए आप बात करें निगम मुख्यालय में टेंट लगा बिताई रात पार्षदों ने निगम मुख्यालय में टेंट लगाकर रात बिताई टेंट में पार्षदों ने बिस्तर लगाए पार्षदों के धरने को अन्य पार्षदों का भी समर्थन मिलने लगा है इससे पहले गंदी गलियों की सफाई मामले को लेकर भाजपा पार्षद भी निगम मुख्यालय में रातभर धरना दे चुके है ये पार्षद धरने पर… मोहम्मद शेरम, उमर दराज, सलमान मंसूरी पिता गफूर मंंसूरी, अरविन्द मेठी, अख्तर हुसैन, शहजाद नबी, सोहेल मंसूरी, शोएब मुबारक, मोहमद फारुक, वसीम खान, जाहिद निर्वाण, हाजी लतीफ कुरैशी, वहीद भाई, अयूब भाई इन पार्षदों के परिजन शामिल… पार्षद जमीला बेगम, शबनम खान, सुनीता महावर, आयशा सिदक़ी ने भी धरने को समर्थन दिया है, इनमें कई पार्षदों के परिजन धरना स्थल पर मौजूद है विधायक ने जताई ये चिंता विधायक अमीन कागजी ने यूडीएच मंत्री को लिखे पत्र में संचालन समितियों के गठन नहीं होने और पार्षदों के धरने पर बैठने को लेकर चिंता जताई है उन्होंने लिखा है कि कमेटियों के गठन में देरी की वजह से कांग्रेस पार्टी को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है पहला बोर्ड, दो साल बाद भी कमेटियां नहीं जानकारों की मानें तो जयपुर नगर निगम का यह पहला बोर्ड होगा, जिसमें दो साल बाद भी संचालन समितियों का गठन नहीं हो पाया है सूत्रों की मानें तो हैरिटेज नगर निगम में विधायकों में आपसी सहमति नहीं बनने के चलते अब तक संचालन समितियों गठन नहीं हो पाया है