मनोहरपुर,, दो वाहनों को बचाने के चक्कर में टक करीब 20 फिट घिसट कर बरसाती नालें में गिरा, करीब 15 मिनट तक केबीन में फंसा रहा चालक एक क्षतिग्रस्त सियाज कार में सवार थी चिकित्सक एवं नर्सिंग स्टाॅफ गनिमत रही की हादसें में कोई भी नही हुआ हताहत थाना इलाके के राष्टीय राजमार्ग संख्या 48 पर मंगलवार शाम को हुए एक सडक हादसें में एक स्कार्पियों चालक के लापरवाही पूर्वक वाहन चलाने से उसकी चपेट में आई एक  लग्जरी कार एवं दोनो वाहनों को बचाने के फेर में एक ट्रक करीब 15 फिट तक घिसट कर बरसाती नालें में गिर गया। हादसें में स्कार्पियों चालक तो अपनी कार लेकर फरार हो गया। किंतु लग्जरी कार एवं ट्रक बूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। गनिमत रही की हादसें में किसी प्रकार की गमी नही हुई जानकारी के अनुसार मंगलवार शाम करीब 3 बजकर 50 मिनट के आसपास दिल्ली -जयपुर जाने वाली दिशा में कल्याणपुरा मोड के समीप स्थित एक होटल के सामने तेज गति लहराती हुई एक स्कार्पियों कार ने अपने से आगे चल रही सियाज कार को चपेट में ले लिया हादसें में कार का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया कार में विराटनगर पंचायत समिति की तेवडी पीएचसी के कार्यरत चिकित्सक एवं नर्सिंग स्टाॅफ बैठी हुई थी। हादसें के दौरान इन दोनो वाहनों को बचाने के फिराक में पिछे चल रहे ट्रक चालक ने अचानक ब्रेक लगाएं। जिससे वह करीब मीटर फिसलकर तिसरी लाइन से बरसाती नालें से आकर टकराया इससे ट्रक का केबीन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया चालक केबीन में स्टेयरिंग के बीच में फंस गया जिसकों मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने करीब 15 मिनट की मशक्कत के बाद में केबीन से बाहर निकालकर होटल पर बैठाया।  मौके पर पहुंची  पुलिस के हैड कांस्टेबल दिलीप कुमार ने घायल से हादसें के संबंध में जानकारी ली ट्रक चालक इसराकाबास बानसुर महेश गुर्जर पुत्र रामरण ने ट्रक से बाहर निकालने के बाद राहत की सांस ली। हालांकि इस दौरान हाइवे एंबुलेस की टीम भी मौके पर पहुंची। क्षतिग्रस्त ट्रक को क्रेन की सहायता से हटाने का प्रयास जारी था ट्रक चालक की सुझबुझ से बची चिकित्सक एवं नर्सिंग स्टाॅफ की जान जानकारी के अनुसार स्कार्पियों की चपेट में आने से क्षतिग्रस्त सियाज कार में विराटनगर प.स. की तेवडी पीएचसी में कार्यरत चिकित्सक गायत्री पहाडियां एवं एक नर्सिंग स्टाॅफ अपने निवास जयपुर जा रही थी उन्होने कहां कि जान बची सो लाखों पाएं। यदि ट्रक चालक सुझबुझ नही दिखाता तो ट्रक की चपेट में आने पर कुछ भी हो सकता था