जयपुर,,वनरक्षक भर्ती के लिए शनिवार 12 नवंबर को दूसरी पारी में आयोजित की गई परीक्षा का पेपर लीक कर अभ्यार्थियों को भेजने वाले गिरोह का राजसमंद पुलिस ने खुलासा कर दिया है मामले में एक विधुत कर्मचारी को गिरफ्तार कर 10 अन्य लोगों को डिटेन किया गया है डीजीपी राजस्थान उमेश मिश्रा ने बताया कि एसओजी की टीम एवं मुखबिर की सूचना पर राजसमंद पुलिस द्वारा दरीबा एवीवीएनएल कार्यालय में तकनीकी सहायक दीपक कुमार शर्मा पुत्र नंदलाल (30) निवासी जखौरा थाना सपोटरा जिला करौली को डिटेन किया। उसके मोबाइल की व्हाट्सएप चेटिंग में वनरक्षक भर्ती परीक्षा 2020 से संबंधित प्रश्न पत्र एवं 12 नवंबर को आयोजित द्वितीय पारी के प्रश्नपत्र के उत्तर के विकल्प एवं अन्य संदिग्ध डाटा पाया गया राजसमन्द एसपी सुधीर चौधरी ने बताया कि आरोपी दीपक की चैटिंग में द्वितीय पारी के मूल प्रश्न पत्र के उत्तर के विकल्पों का मिलान करने पर कुल 62 विकल्प परीक्षा से पहले दीपक के मोबाइल में व्हाट्सएप पर आना मिला। पूछताछ में दीपक ने गंगापुर सिटी, सवाई माधोपुर निवासी पवन सैनी से 5 लाख रुपये में परीक्षा के 1 घंटे पहले प्रश्न पत्र के उत्तर प्राप्त कर परिचित जितेंद्र कुमार सैनी और हेतराम मीणा को 6 लाख रुपये में व्हाट्सएप द्वारा भेजना बताया प्रकरण में आरोपी दीपक शर्मा को गिरफ्तार किया गया एवं जयपुर डीसीपी ईस्ट व साउथ, एसपी दौसा, भिवाड़ी व करौली के सहयोग से वनरक्षक परीक्षा के पेपर लीक करने के संदिग्ध 10 और अभियुक्तों को डिटेन किया है इन्हें किया गया है डिटेन पवन सैनी पुत्र रामलाल (33), निवासी माहुवाखुर्द थाना गंगापुर सिटी जिला सवाई माधोपुर, जितेन्द्र कुमार सैनी पुत्र लक्ष्मीचन्द (26) व विजेन्द्र सैनी पुत्र श्रीलाल सैनी (24) निवासी जाखौदा थाना सपोटरा जिला करोली, हेमराज उर्फ हेतराम मीणा पुत्र हजारी लाल (24) निवासी अजयपुरा थाना लालसोट जिला दौसा, गिरिराज मीणा पुत्र मूलचन्द (30) निवासी थली थाना आंधी जिला जयपुर ग्रामीण, योगेन्द्र जाट पुत्र कप्तान (27) निवासी टोहिला थाना लखनपुर जिला भरतपुर, राजेश मीणा पुत्र अर्जुनलाल (26) निवासी हीरापुर थाना कोट जिला जयपुर ग्रामीण, सांवलराम मीणा पुत्र कल्याण मल (28) निवासी हीरापुर थाना कोट जिला जयपुर ग्रामीण तथा मनीष सैनी पुत्र सीताराम सैनी (19) निवासी बागडोली थाना बोली जिला सवाईमाधोपुर। इनके अतिरिक्त भरत चौधरी को भी डिटेन किया गया है