मनोहरपुर ,,राजकीय प्रवेशिका संस्कृत विद्यालय भीखावाला में पंच दिवसीय समाजोपयोगी उत्पादक शिविर का समापन बुधवार को हुआ।समारोह के मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त पूर्व प्रधानाध्यापक धोलाराम यादव ने विचार व्यक्त करते हुए मानव सेवा सबसे बड़ा धर्म बताया इसलिए प्रत्येक विद्यार्थियों को अपने जीवन में अध्ययन के साथ-साथ अनुशासन एवं राष्ट्रीय महत्व को अपने जीवन में सर्वाधिक अपनाना चाहिए। क्योंकि विद्यार्थी में जो गुण अध्ययन के साथ सीखे जाते हैं वे ही भविष्य में जीवन के लिए सार्थक सिद्ध होते हैं।समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय नवलपुरा के प्रधानाचार्य एवं स्थानीय विद्यालय के आहरण वितरण अधिकारी रमेश चंद्र मीणा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि ,शिविर के माध्यम से विद्यार्थियों में आत्मनिर्भरता एवं समूह में अपनी कला का प्रदर्शन करने का भरपूर मौका मिलता है ।शिविर के समापन समारोह में कार्यवाहक प्रधानाध्यापक रामचंद्र रैगर एवं शिविर प्रभारी राजीव कुमार भारद्वाज ने पंच दिवसीय शिविर की कार्य योजनानुसार उपलब्धियों पर प्रकाश डाला विद्यार्थियों के द्वारा भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां देकर सबका मन मोहा ।समापन समारोह से पूर्व टोडी ग्राम पंचायत की सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी( सी एच ओ) सुशीला बैरवा द्वारा विद्यार्थियों को स्वस्थ रहने के लिए अनेक प्रकार की जानकारी दी गई इसके अतिरिक्त राजस्थान सरकार की ओर से नागरिकों को प्रदान की जा रही स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई ग्राम पंचायत टोटी की ओर से भी विद्यालय के पीछे उबड़ खाबड़ परिसर को जेसीबी की सहायता से समतल करवाया गया एसएमसी अध्यक्ष मोहन लाल शर्मा ने विद्यार्थियों के द्वारा विद्यालय परिसर में एवं विद्यालय परिसर के बाहर ग्राम में की गई सफाई के लिए सराहना की शिविर के दौरान ग्रुप प्रभारी के बतौर रामनिवास यादव, मंजू कुमारी खटीक,रामवतार जाट,किरण यादव एवं अशोक कुमार के नेतृत्व में विद्यार्थियों ने विभिन्न कार्य संपन्न करवाएं। समापन समारोह कार्यक्रम का संचालन शिविर के सहायक प्रभारी ग्यारसीलाल यादव ने किया इस अवसर पर राजकीय उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय के प्रधानाध्यापक दूल चंद मीणा र सूरजमल जाट ने भी विचार व्यक्त किए इस अवसर पर राधेश्याम शर्मा कन्हैया लाल पारीक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता गुड्डी देवी शर्मा सहित ग्रामीण मौजूद रहे