जयपुर. दीनी और दुनियावी तालीम देने वाले प्रदेश के मदरसे जल्द ही हाइटेक होंगे राज्य सरकार ने प्रदेश के मदरसों को आधुनिक तकनीक से जोड़ने की शुरूआत कर दी है इसके बाद मदरसों में बेहतर शिक्षा के लिए स्मार्ट क्लासरूम जैसी विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी यहां विद्यार्थी अब ब्लैक बोर्ड की जगह स्मार्ट बोर्ड के जरिए तालीम हासिल करेंगे। आधुनिकीकरण की यह कवायद अगले महीने से शुरू की जाएगी राजस्थान मदरसा बोर्ड के सचिव सैयद मुकर्रम शाह ने बताया कि इसके साथ ही मुख्यमंत्री मदरसा आधुनिकीकरण योजना के तहत पंजीकृत मदरसों में पुस्तकालयों की सौगात दी जा रही है उच्च प्राथमिक मदरसों में प्रति मदरसा 500 से अधिक किताबें रखवाई जा रही है 13.10 करोड़ रुपए होंगे खर्च जानकारी के मुताबिक मदरसों के लिए 13.10 करोड़ रुपए का अतिरिक्त बजट स्वीकृत किया गया है  इस राशि से राजस्थान मदरसा बोर्ड द्वारा पंजीकृत मदरसों में 500 में स्मार्ट क्लासरूम स्थापित किए जाएंगे। जिसके लिए प्रति मदरसा 2.62 लाख रुपए खर्च होंगे  इन स्मार्ट क्लासरूम में इंटरनेट की सुविधा भी होगी।ये मिलेंगी सुविधाएं स्मार्ट क्लासरूम में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण यथा कंप्यूटर या लैपटॉप, प्रोजेक्टर, इंट्रेक्टिव बोर्ड, स्पीकर, कुर्सी-टेबल का इस्तेमाल किया जाएगा। बच्चों को ऑडियो-विजुअल दोनों तरह के मीडियम से पढ़ाया जाएगा। पिक्चर और वीडियो के जरिए कई चीजें समझाना आसान होगा। समय की बचत होने से कम वक्त में ज्यादा सीखा जा सकता है।अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद ने बताया कि प्रदेश में अल्पसंख्यक समाज में शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राजकीय अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालयों की स्थापना की गई है। आदर्श मदरसों में लाइब्रेरी की स्थापना की जा रही है मदरसों में स्थापित की जा रही लाइब्रेरी के माध्यम से महापुरुषों की पढ़ाई जाएगी मदरसों में बच्चों को दीनी तालीम के साथ दुनियावी तालीम दी जाएगी