जयपुर,, भाई–बहिन के प्रेम का प्रतीक पर्व भाईदूज गुरुवार को मनाया गया इस दिन सुबह 6 से शाम 5 बजे तक अलग-अलग चौघड़ियों में बहनों ने अपने भाइयों के तिलक लगाकर रक्षा सूत्र बांधकर उनकी आरती उतारी। हालांकि बुधवार को दोपहर बाद से ही दूज तिथि लग गई थी लेकिन सूर्यास्त के बाद से दूज नहीं मनाई जाती है। इसी कारण से 27 अक्टूबर को भी भाईदूज पर्व मनाया गया। इस दिन सभी बहनों ने अपने भाइयों को तिलक लगाकर उनके लम्बी आयु की कामना की। वहीं भाईयों ने अपनी बहनों को आशीर्वाद देकर उन्हें विभिन्न उपहार भी दिए