जयपुर,,दो बार भारत के राष्ट्रपति द्वारा प्रेसिडेंट स्काउट एवम प्रेसिडेंट रोवर एवम भारत सरकार के राष्ट्रीय युवा पुरस्कार एवम राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा पुरस्कार से सम्मानित जयपुर के सामाजिक कार्यकर्ता ने माननीय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मेल एवम ट्विटर के माध्यम से राजस्थान में लाइसेंस्ड टूरिस्ट गाइड्स की विभिन्न मांगो के बारे में एक मांग पत्र भेजा है समाजसेवी रवि शंकर ने कहा की राज्य सरकार इस महत्वपूर्ण मुद्दे एवम मामले में समय रहते ही संज्ञान लेकर गाइड्स के साथ न्याय करे जिससे इन्हें अपनी मांगे मनवाने के लिए धरना प्रदर्शन नही करना पड़े धाभाई ने अपने मांग पत्र में पर्यटकों को हो रही परेशानी का से अवगत कराया कि राजस्थान में आय का साधन विदेशी एवम देशी पर्यटकों की प्रदेश में आवागमन से होता है और उनका काफी योगदान प्रदेश के विकास में है । पत्र में बताया कि राजस्थान सरकार संस्कृति एवम पर्यटन विभाग द्वारा हाल ही में आमेर का  प्रवेश शुल्क 2 रुपये बढ़ाया गया है यह सरासर विदेश एवम देश के कोने कोने से आने वाले पर्यटकों के लिए गलत एवम अन्याय है क्योंकि आज वर्तमान समय मे किसी भी व्यक्ति या पर्यटकों के पास खुले रुपये 2 नही होते है और आए दिन उनको आमेर की टिकट नकद में खरीदने में काफी तकलीफ और समस्या का सामना करना पड़ रहा है । इसलिए इस प्रकार के आदेश को तुरंत प्रभाव से वापिस ले और पूर्व की भांति टिकट राशि शुल्क राशि पर्यटकों से मोनुमेंट की प्रवेश शुल्क राशि  ली जाए इन दिनों राजस्थान राज्य में टूरिस्ट गाइड द्वारा किए जा रहे विभिन्न जिलों में धरना प्रदर्शन, ज्ञापन को मध्यनजर एवम उनको आजीविका संबंधित हो रही समस्याओं एवम परेशानियों को देखते हुए मै निम्लिखित सुझावों के माध्यम से राज्य एवम केंद्र सरकार का ध्यान दिलाना चाहता हूं। क्योकि टूरिस्ट गाइड पर्यटन क्षेत्र की रीढ़ की हड्डी है जिसके बिना पर्यटन नही चल सकता है और वो रोजाना मेहनत करके अपना और अपने परिवजनो का जीवन यापन करता है । पर्यटन क्षेत्र से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से देश के 5 करोड़ लोगों को रोजगार मिलता है  आज तक भी किसी भी राज्य ने इनको सरकारी सेवा में लेने या इनकी सेवाओं का सरकारी नियमित करने की पहल नही की है  और यदि इस प्रकार की पहल या मुहिम की जाती है तो यह एक ऐतिहासिक एवम सहरानीय  फैसला होगा। भारत की अर्थव्यवस्था में पर्यटन का महत्व पिछले कुछ वर्षो से तेजी से बढ़ा है और आने वाले दशक में इसके और भी अधिक तक पहुंचने की उम्मीद है  देश -दुनियाभर से आने वाले पर्यटकों के मार्गदर्शन, पर्यटकों के साथ अच्छा व्यवहार, स्थानीय पर्यटन क्षेत्रो से जुड़े सांस्कृतिक, पौराणिक एवम ऐतिहासिक विशेषता की जानकारी के लिए टूरिस्ट गाइड्स का महत्वपूर्ण योगदान है टूरिस्ट गाइड्स राज्य सरकार से यह मांग करते है कि राजस्थान पर्यटन विभाग द्वारा चयनित सभी स्टेट एवं लोकल लेवल के गाइडो को कार्मिक विभाग में जोड़कर स्थाई नियुक्ति दी जाये। यह कि सभी नये एवम पुराने समस्त लाइसेंस्ड टूरिस्ट गाइड  सरकार से यह मांग करते है कि स्टेट लेवल गाईड एवम लोकल लेवल गाईड को ग्रेड-पे मे शामिल किया जावे, आप की जानकारी में लाना चाहता हु की टूर ऑपरेटर्स एवम ट्रेवल कंपिनयों द्वारा भी टूरिस्ट गाइड्स को ऑन रोल नही रखा जाता है मांग एवम जरूरत के हिसाब के अनुसार सिर्फ हमारी सेवाए एडहॉक बेसिस पर उनके द्वारा ली जाती है अतः पर्यटको से मिलने वाली फीस को पर्यटक टिकट लेते वक्त गाईड की फीस को सरकारी खाते मे टिकट के साथ ही जमा करवायी जाये, इससे सरकार का रेवेन्यू बढेगा तथा पर्यटक स्थलो पर गैर कानूनी रूप पर्यटन के क्षेत्र में लपको की समस्या से निजात मिल सकेगी सभी टूरिस्ट गाइड्स ने मांग की है यह कि सरकार द्वारा सभी गाइडो को निःशुल्क परिवहन सेवा दी जाये तथा सरकारद्वारा गाइडो के लिये आर. जी. एच. एस. एवम अन्य सरकारी सुविधा उपलब्ध करवाई जाये राज्य सरकार के लाइसेंस्ड टूरिस्ट गाइड के लाइसेंस की नवीनीकरण रिन्यूअल फीस माफ एक्सेम्पट की जाए और उनका लाइसेंस बिना रिन्यूअल फीस लिए कम से कम 5 साल के लिए रिन्यू किया जाए टूरिस्ट गाइड्स प्रतिनिधिमंडल मंडल आपसे मुख्यमंत्री निवास पर मुलाकात करना चाहते हैं  इन टूरिस्ट गाइड की विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी कुछ गाइड्स के प्रतिनिधियों को शामिल करते हुए विस्तार से विचार विमर्श कर इनकी समस्याओं के निवारण के लिए गठित कि जाए जिससे इन युवाओं को धरना प्रदर्शन करने एवम पूरे राजस्थान में आपके नाम के ज्ञापित नही देने की जरूरत नही पड़े समय रहते ही सभी राज्यों में टूरिस्ट गाइड्स के कल्याण, सामाजिक सुरक्षा, एवम विकास के संबंध में राज्य सरकार एवम केंद्र सरकार द्वारा  योजनाओं के माध्यम से उनकी समस्त समस्याओं पर ध्यान देने की तुरंत आवश्यकता है