जयपुर,,के जयपुरिया अस्पताल में बुधवार को जमकर हंगामा हुआ बच्चा बदलने के आरोप परिजनों की ओर से लगाए गए परिजनों की ओर से जमकर हंगामा होने पर मौके पर पुलिस पहुंची पुलिस की ओर से समझाइस के प्रयास किए गए परिजनों ने आरोप लगाए कि उन्होंने महिला जब 6 महीने की गर्भवती थी तब उन्होंने सोनोग्राफी कराई तक सब सही था उसके बाद उन्होंने 7—8 महीने के होने पर फिर सोनोग्राफी कराई तब भी सब सही था कल 9 महीने होने पर डॉक्टरों ने कहा कि ऑपरेशन से बच्चा होगा जिसके बाद जब बच्चा हुआ तो वह अबनॉर्मल है ऐसे में परिजनों ने कहा कि जब सोनोग्राफी में सब सही था तो खराब बच्चा कैसे हुआ डॉक्टर्स ने कहा कि 6 महीने वाली सोनोग्राफी में सब कुछ मालुम नहीं चलता है डिलेवरी से पहले एक एडवांस सोनोग्राफी होती है वह कराने के लिए बोला था, परिजनों ने नहीं कराई अस्पताल प्रशासन की ओर से कोई लापरवाही नहीं की गई है बच्चा इनका ही है वहीं इस मामले में जयपुरिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ महेश मंगल ने कहा कि इस मामले में जांच कमेटी बना दी गई है अस्पताल में कभी ऐसा होता नहीं है बच्चा उनका ही है उन्हें एडवांस सोनोग्राफी के लिए कहा था लेकिन उन्होंने नहीं कराई अस्पताल प्रशासन ने मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है