जयपुर,, भरतपुर के घाटमिका गांव के दो भाइयों की कथित गौरक्षकों द्वारा बोलेरो गाड़ी में जलाकर मार देने की राष्ट्रीय मुस्लिम महासभा ने कठोर शब्दों में निन्दा की और कहा कि राजस्थान सरकार पिछले सालों में हुए लिंचिंग मामले और ऐसे ही गौ रक्षकों द्वारा कत्ल किए गए घटनाओं से सबक नहीं सीखा है और इस महंगाई के दौर में ऐसा लगता है कि इंसान की जान जानवरों से भी ज़्यादा सबसे सस्ती हो गई है, यतीम मासूम बच्चों और घर वालों का कोई रहबर और कमाने वाला नहीं बचा आज नफरत की इस राजनीति में हमारे मुल्क के हालात बद से बदतर हो गए हैं और वह भी ख़ासतौर पर अल्पसंख्यकों के लिए राजस्थान सरकार को चाहिए कि  राजस्थान में क़ानून व्यवस्था  सख़्ती से लागू करें और यह सुनिश्चित करें कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति किसी भी नागरिक के साथ ना हो, अपराधियों को शीघ्र पकड़कर सज़ा दी जाये और अल्पसंख्यकों को सुरक्षा प्रदान की जाए और न की मुस्लिम बल्कि हर उस मजलूम पीड़ित की सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है जो अराजक तत्वों द्वारा सताया या धमकाया जा रहा हो, राष्ट्रीय मुस्लिम महासभा यह मांग करती है कि राजस्थान सरकार जुनेद और नासिर के प्रत्येक परिवार को एक एक करोड़ रुपये और परिवार के किसी सदस्य को नोकरी देने  की घोषणा कर आदेश जारी करे इसी के साथ जोधपुर में वकील की हत्या की जांच हो दोषियों को फांसी दी जाए सय्यद साहेबे आलम ने कहा सर तन से जुदा इस्लाम का कॉन्सेप्ट नहीं ऐसे कृत्यों की हम निंदा करते हैं चाहे उदयपुर की घटना हो या भरतपूर की न्याय समानता एक हो जातिगत भेद भाव खत्म होना चाहिए